बोधगयाके पीठीपति (जिनका मगधके पीठीपति या खाली पीठीके नामोसे जानल जाहै) लगभग 11मा से 13मा शताब्दी ई तक भारतके बर्तमान बिहारके मगधक्षेत्रमे बोधगयाके आसपासके क्षेत्रके शासक हलै । पीठीके अर्थ है हीराके सिंहासन जन्ने बुद्धके ज्ञान प्राप्त होलैहल ।