धान दरे के बाद चाउर कहा जात हय अउर कना अलग कइ दीन जात हय।
महेश: का हो! खेलावन! धनवा दराया केतना चाउर पाया, का कनवा बेचब्या ।
खेलावन: नाही यही भैंसिया का खियाय देब।