गोरू कय चारा खातिर काम आवय वाले का कोयर कहत हैं। जइसे सानी, बरसीन, चरी, पइरा, भूसा मा कुछू मिलाइ के या वइसेने दयि दी जात है तौ वहिका कोयर कहत हैं।
रमेश के बप्पा रोज अपने गाय का तीन टेम कोयर देत हैं।