Wp/mag/भारतके अधिकारिकभाषा

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सबसे अधिक बोले जायेवाला भाषाके अनुसार भारतके राज्ज आउ केन्द्रसासितप्रदेस।

भारतके कौनो राष्ट्रभाषा न हे । तैयो भारतके सम्बिधानके अनुच्छेद ३४३ (१) मे बिशेसरूप से कहल गेलहे कि "सङ्घके अधिकारिकभाषा देवनागरीलिपिमे हिन्दी होतै । अधिकारिक उद्देस्सला उपयोग करल जायेबाला सङ्ख्या भारतीयसङ्ख्याके अन्तरराष्ट्रीयरूप होतै । भारतीयसन्सद् मे कार्यवाही खाली हिन्दी या अङ्ग्रेजीमे आयोजित करल जा सकहे । अङ्ग्रेजीके उपयोग अधिकारिक उद्देस्सला करल जा सकहे जैसेकि सन्सदीयकार्यवाही, न्यायपालिका, केन्द्र आउ राज्ज सरकारके बीच सञ्चार आदि । राज्ज/क्षेत्रस्तर पर बिभिन्न अधिकारिकभाषा हे । भारतके भीतरके राज्जके बिधिके माध्धम से अपन अधिकारिकभाषाके लागु करेके स्वतन्त्रता आउ अधिकार हे । अधिकारिकभाषाके अतिरिक्त सम्बिधान २२ क्षेत्रीयभाषाके अनुसूचितभाषाके रूपमे मान्यता देहे, जेकरामे हिन्दियो हे किन्तु अङ्ग्रेजी न ।

भारतके अनुसूचितभाषाके सूची[edit | edit source]

भारतके सम्बिधानके अठमा अनुसूचीमे २२ अनुसूचितभाषा (Scheduled languages) के सूची हे । नीचे देल तालिका भारतगनराज्जके २२ अनुसूचितभाषा (मई २००८ तक) के सूचीबद्ध करल हे, साथे-साथ ऊ क्षेत्रवन जने ऊ अधिकतर बोलल जाहे या राज्जके अधिकारिकभाषाके रूपमे उपयोग करल जाहे । हालाँकि राज्जके अनुसूचितभाषा से अपन अधिकारिकभाषा चुनेके आबस्सकता न हे । सिन्धी कौनो राज्जमे अधिकारिक न हे, तैयो ई अठमा अनुसूचीमे सूचीबद्ध हे ।

क्रमसङ्ख्या भाषा[1] अपन भाषामे उच्चारण
(अलगे हे त)
परिबार बक्ता
लाखमे (मिलियन् मे) २०११
अधिकारिकमान्यता वाला राज्ज अ॰मा॰स॰ ६३९ सङ्केत
(ISO 639 कोड्)
असमिया ओख़ोमिय़ा हिन्द-आर्य, पूरबी १५३ (15.3) असम as
उर्दू - हिन्द-आर्य, केन्द्रीय ५०७ (50.7) आन्ध्रप्रदेस, उत्तरप्रदेस, जम्मू आउ कश्मीर, झारखण्ड, तेलङ्गाना, दिल्ली, पच्छिमबङ्गाल, बिहार ur
ओड़िआ - हिन्द-आर्य, पूरबी ३७५ (37.5) ओड़िसा, झारखण्ड, पच्छिमबङ्गाल or
कन्नड - द्राबिड़ीय ४३७ (43.7) कर्नाटक kn
कश्मीरी (काश्मीरी) कॉशुर् हिन्द-आर्य, दार्दिक ६८ (6.8) जम्मू आउ कश्मीर ks
कोङ्कनी (कोङ्कणी) कोङ्कणी हिन्द-आर्य, दक्खिनी २२.५ (2.25) गोवा gom
गुजराती - हिन्द-आर्य, पच्छिमी ५५५ (55.5) गुजरात, दादरा आउ नगरहवेली आउ दमन आउ दीव gu
डोगरी डोग्री हिन्द-आर्य, बायब्ब २६ (2.6) जम्मू आउ कश्मीर doi
तमिल् तमिऴ् द्राबिड़ीय ६९० (69) तमिल्नाडु, पुदुच्चेरी ta
१० तेलुगु तॆलुगु द्राबिड़ीय ८११ (81.1) आन्ध्रपरदेस, तेलङ्गाना, पुदुच्चेरी te
११ नेपाली - हिन्द-आर्य, उत्तरी २९ (2.9) पच्छिमबङ्गाल, सिक्किम् ne
१२ पञ्जाबी - हिन्द-आर्य, बायब्ब ३३१ (33.1) दिल्ली, पञ्जाब, पच्छिमबङ्गाल, हरियाणा pa
१३ बाङ्ला - हिन्द-आर्य, पूरबी ९७२ (97.2) असम, झारखण्ड, त्रिपुरा, पच्छिमबङ्गाल bn
१४ बोड़ो - तिब्बती-बर्मी १४.८ (1.48) असम brx
१५ मनिपुरी (मणिपुरी) मीतै तिब्बती-बर्मी १८ (1.8) मनिपुर mni
१६ मराठी - हिन्द-आर्य, दक्खिनी ८३० (83) दादरा आउ नगरहवेली आउ दमन आउ दीव, गोवा, महाराष्ट्र mr
१७ मलयाल मलयाळम्/मलयाळ- द्राबिड़ीय ३४८ (34.8) केरल, पुदुच्चेरी, लक्षद्दीप ml
१८ मैथिली - हिन्द-आर्य, पूरबी १३६ (13.6) झारखण्ड mai
१९ सन्स्कृत (संस्कृत) संस्कृतम्/संस्कृत- हिन्द-आर्य ०.२ (0.02) उत्तराखण्ड, हिमाचलप्रदेस sa
२० सान्ताली सान्ताड़ि आग्नेय ७३ (7.3) झारखण्ड sat
२१ सिन्धी - हिन्द-आर्य, बायब्ब २७ (2.7) sd
२२ हिन्दी - हिन्द-आर्य, केन्द्रीय ५२८० (528) अण्डमान निकोबार द्दीपसमूह, उत्तरप्रदेस, उत्तराखण्ड, गुजरात, छत्तीसगढ़, जम्मू आउ कश्मीर, झारखण्ड, दादरा आउ नगरहवेली आउ दमन आउ दीव, दिल्ली, पच्छिमबङ्गाल, बिहार, मध्धपरदेस, राजस्थान, लद्दाख्, हरियाणा, हिमाचलप्रदेस hi

भाषालिपि[edit | edit source]

प्रत्तेक अधिकारिकभाषाके एगो अधिकारिकलिपि होवहे जेकर उपयोग अधिकारिक उद्देस्सला लिखेला करल जाहे ।

लिपि अनुसूचितभाषा
ओड़िआ ओड़िआ
ओल्-चिकी सान्ताली
कन्नड[2] कन्नड
गुजरातीलिपि गुजराती
गुरमुखी पञ्जाबी
तमिल् तमिल्
तेलुगु[2] तेलुगु
देवनागरी[3] कोङ्कनी[4], डोगरी, नेपाली, बोड़ो, मराठी, मैथिली, सन्स्कृत, सिन्धी[5], हिन्दी
फारसी-अरबीलिपि उर्दू, कश्मीरी[6]
बाङ्ला-असमियालिपि असमिया, बाङ्ला
मलयालम् मलयाल
मीतै[7] मनिपुरी

सम्बन्धित लेख[edit | edit source]

सन्दर्भ[edit | edit source]

  1. बिबिधता आउ बोलियो सामिल हे
  2. 2.0 2.1 हालाङ्कि कन्नड आउ तेलुगुबर्नमालाके एकसाथे एके लिपि तेलुगु-कन्नडलिपि कहल जाहे, किन्तु ओखनी के अधिकारिकतौर पर अलगे-अलगे लिपिके रूपमे मान्यता देल जाहे ।
  3. ऊ भाषाला जे देवनागरी के उपयोग मूलरूपसे न करहथिन, परिवर्धितदेवनागरी नामसे एगो बिस्तारितसन्स्करन प्रस्ताबित करल गेलीहल ।
  4. यद्यपि देवनागरीके अधिकारिक लिपिला प्रचारित करल हे, रोमनलिपि मुखरूप से उपयोग करल जाहे ।
  5. हालाँकि सिन्धमे फारसी-अरबी अधिकारिकलिपि हे ।
  6. हालाङ्कि बिस्तारित-साहमुखी अधिकारिक आउ ब्यापकरूपसे प्रयोग करल जायेवाला लिपि हे, तैयो बिस्तारित-देवनागरीयोके अनुमति हे ।
  7. तैयो पूरबीनागरी अखनीयो ब्यापक उपयोगमे हे ।