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Wp/mag/परमाणु

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हीलियम परमाणुके चित्रण, जेकरामे नाभिक (गुलाबी) आउ इलेक्ट्रॉन बदरी वितरण (करिया) दर्शावल गेलहे । हीलियम-४ (ऊपरे दहिना) के नाभिक वास्तवमे गोलाकार रूपसे सममित होवहे आउ इलेक्ट्रॉन बदरी नियन लौकहे, जखनकि अधिक जटिल नाभिकला सदैव ऐसन न होवहे । करिया पट्टी एक आङ्गस्ट्रॉम (१०-१० मीटर वा १०० पिकोमीटर) के होवहे ।
परमाणुके बोहर मॉडल, एगो इलेक्ट्रॉन एक तात्कालिक "क्वाण्टम छलाङ्ग" लगावैत हे आउ एक कक्षासे दोसर कक्षामे चल जाहे । ई मॉडल चलनसे बाहिर हो गेलहे ।

परमाणु कौनो साधारण पदार्थके सबसे छोट घटक इकाई हे जेकरामे एक रासायनिक तत्वके गुण होवहे।[1] प्रत्येक ठोस, तरल, गैस, आउ प्लाज्मा तटस्थ वा आयनन परमाणुसे बनल हे । परमाणु सभ बड्डी छोट हे; विशिष्ट आकार लगभग १ एगेस्ट्रोम (एक मीटरके एक दस अरबमा) हे ।[2] हालाँकि, परमाणुमे निम्मन नियन परिभाषित सीमा न होवहे, आउ उनखर आकारके परिभाषित करेला भिन्न-भिन्न अलग विधि होवहे जे कि भिन्न किन्तु बड्डी समान मूल्य दे हे ।

प्रत्येक परमाणु नाभिकसे बनल हे आउ नाभिक एक या एकसे अधिक इलेक्ट्रॉनसे सीमित हे । नाभिक आमतौर पर एक या एकसे अधिक न्यूट्रॉन आउ प्रोटॉनके एक समान सङ्ख्यासे बनल हे । प्रोटान आउ न्यूट्रान न्यूक्लिऑन कहलाहे । परमाणुके द्रव्यमानके ९९.९४% से अधिक भाग नाभिकमे होवहे । प्रोटॉन पर सकारात्मक विद्युत आवेश होवहे, इलेक्ट्रॉन पर नकारात्मक विद्युत आवेश होवहे आउ न्यूट्रान पर कौनो विद्युत आवेश न होवहे ।

एक परमाणुके इलेक्ट्रॉन ई विद्युत चुम्बकीय बल द्वारा एक परमाणुके नाभिकमे प्रोटॉन दन्ने आकर्षित होवहे । नाभिकमे प्रोटॉन आउ न्यूट्रॉन एक अलग बल, यानि परमाणु बलके द्वारा एक दोसराके आकर्षित करहे, जेकि विद्युत चुम्बकीय बल जेकरामे सकारात्मक आवेशित प्रोटॉन एक दोसरासे पीछे हटैत हे, के तुलनामे आमतौर पर शक्तिशाली हे ।

परमाणुके केन्द्रमे नाभिक (न्यूक्लिअस) होवहे जेकर घनत्व बड्डी अधिक होवहे । नाभिकके व्यास फर्मीमे नापल जाहे । (एक फर्मि बराबर १०^-१५ मी अर्थात १० के घात -१५ मीटर) नाभिकके चारो दन्ने ऋणात्मक आवेश वाला इलेक्ट्रॉन चक्कर लगावैत रहहे जेकरा इलेक्ट्राॅन घन (इलेक्ट्राॅन क्लाउड) कहहथ । नाभिक, धनात्मक आवेश वाला प्रोटॉन आउ अनावेशित (न्यूट्रल) न्यूट्रॉन सभसे बनल होवहे । जखनि कौनो परमाणुमे एलेक्ट्रानके सङ्ख्या ओकर नाभिकमे स्थित प्रोटाॅनके सङ्ख्याके समान होवहे तखनि परमाणु वैद्युकीय दृष्टि से अनावेशित होवहे ; अन्यथा परमाणु धनावेशित वा ऋणावेशित आयनके रूपमे होवहे ।

आधुनिक रसायनशास्त्रमे शताधिक मूलभूत मानल गेलहे, जेकरामे से कुछ त धातु हे जैसे ताम्बा, सोना, लोहा, सीसा, चान्दी, राङ्गा, जस्ता; कुछ आउ खनिज हे, जैसे, गन्धक, फाॅसफोरस, पोटैसियम, अञ्जन, पारा आउ कुछ गैस हे, जैसे, आक्सीजन, नाइट्रोजन, हाइड्रोजन आदि । एहीसभ मूलभूतके अनुसार परमाणु आधुनिक रसायनमे मानल जाहे । पहिले समझल जाहल कि ई अविभाज्य हे । अखन एकरो टुकड़ा कर देल गेलहे ।

नाभिकमे प्रोटॉनके सङ्ख्या कौनो रसायनिक तत्वके परिभाषित करहे: जैसे सभ ताम्बाके परमाणुमे २९ प्रोटॉन होवहे । न्यूट्रॉनके सङ्ख्या तत्वके समस्थानिकके परिभाषित करहे ।अर्थात् परमाणुके नाभिकमे उपस्थिति प्रोटॉनके सङ्ख्या ऊ तत्वके परमाणु क्रमाङ्क कहलाहे [3] इलेक्ट्रॉनके सङ्ख्या एगो परमाणुके चुम्बकीय गुणके प्रभावित करहे । परमाणु अणुके रूपमे रसायनिक यौगिक बनावेला रासायनिक आबन्ध द्वारा एक या अधिक अन्य परमाणुके संलग्न कर सकहे । परमाणुके सङ्घटित आउ असङ्घटित करेके क्षमता प्रकृतिमे भेल बड्डीमनी भौतिक परिवर्तनला जिम्मेदार हे, आउ रसायनशास्त्रके अनुशासनके विषय हे ।

इहो देखी

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सन्दर्भ

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  1. "Atom". Compendium of Chemical Terminology (IUPAC Gold Book) (2nd)। IUPAC। अभिगमन तिथि: 2015-04-25
  2. Ghosh, D. C.; Biswas, R. (2002). "Theoretical calculation of Absolute Radii of Atoms and Ions. Part 1. The Atomic Radii". Int. J. Mol. Sci. 3: 87–113. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 1422-0067. डीओआइ:10.3390/i3020087.
  3. Leigh, G. J., सम्पा॰ (1990). International Union of Pure and Applied Chemistry, Commission on the Nomenclature of Inorganic Chemistry, Nomenclature of Organic Chemistry – Recommendations 1990. Oxford: Blackwell Scientific Publications. प॰ 35. आई॰ऍस॰बी॰एन॰ 0-08-022369-9. An atom is the smallest unit quantity of an element that is capable of existence whether alone or in chemical combination with other atoms of the same or other elements.