Jump to content

Wp/mag/जयपुर

From Wikimedia Incubator
< Wp | mag
Wp > mag > जयपुर
जयपुर
𑅛𑅛𑅨𑅒𑅭
महानगर
Lua error in Module:Wp/mag/Location_map at line 403: देशान्तरला कौनो मान प्रयोग नै कैल गेल.
निर्देशाङ्क: 26°54′N 75°48′E / 26.9°N 75.8°E / 26.9; 75.8निर्देशाङ्क: 26°54′N 75°48′E / 26.9°N 75.8°E / 26.9; 75.8
देश भारत
राज्य राजस्थान
मण्डल जयपुर
स्थापना १७२७
सन्स्थापक जय सिंह द्वितीय
नाम स्रोत जय सिंह द्वितीय
सरकार
  प्रकार नगर निगम
  अङ्ग जयपुर नगर निगम
  महापौर सौम्या गुर्जर (जयपुर ग्रेटर)(भाजपा)
क्षेत्रफल ४६७  किमी (१८०  वर्गमील)
  क्रम राजस्थानमे जोधपुर महानगरके बाद दोसर बड़ नगर हे
मापदण्ड: सांस्कृतिक आउ प्राकृतिक:  (ii), (iv), (vi)
अभिहीत: २०१९(४३मा सत्र)
सन्दर्भ क्रमाङ्क १६०५
क्षेत्र: एसिया-प्रशान्त

जयपुर (राजस्थानी/ढूण्ढाड़ी: 𑅛𑅛𑅨𑅒𑅭 ) भारतके सबसे बड़का राज्य राजस्थानके राजधानी हे । जयपुर राजस्थानके सबसे बड़का नगर हे । जयपुरके गुलाबी नगरो (पिङ्क सिटी) कहल जाहे, एकरा सबसे पहिले स्टैनली रीड पिङ्क सिटी बोलकैहल । जयपुरके स्थापना आमेरके महाराजा सवाई जयसिंह (द्वितीय) करलथिनहल । यूनेस्को द्वारा जुलाई २०१९ मे जयपुरके विश्व धरोहर नगरके दर्जा देल गेलीहे ।[2] जयपुर अपन समृद्ध भवन निर्माण-परम्परा, सरस-संस्कृति आउ ऐतिहासिक महत्वला प्रसिद्ध हे ।[3] ई नगर तीन दन्नेसे अरावली पर्वतमालासे घिरल हे ।[4] जयपुर नगरके पहचान एहाँके महल आउ पुरान घरमे लगल गुलाबी धौलपुरी पत्थरसे होब हे जे एहाँके स्थापत्यके खूबी हे । १८७६ मे तत्कालीन ब्रिटिश जमीन्दार सवाई रामसिंह इङ्ग्लैण्डके महारानी एलिजाबेथ प्रिन्स ऑफ वेल्स युवराज अल्बर्टके स्वागतमे पूरा नगरके गुलाबी रङ्गसे सजा देलक हल । तखनियेसे नगरके नाम गुलाबी नगरी पड़लै हे । जयसिंह द्वितीयके नामे पर ई नगरके नाम जयपुर पड़लै । जयपुर भारतके टूरिस्ट सर्किट गोल्डन ट्रायङ्गल के भागो हे । ई गोल्डन ट्रायङ्गलमे दिल्ली, आगरा आउ जयपुर आवहे । भारतके मानचित्रमे उनकर स्थितिके देखेपर ई एक त्रिभुजके आकार ले हे । ई कारण एकरा भारतके स्वर्णिम त्रिभुज कहल जा हे । सङ्घीय राजधानी दिल्लीसे जयपुरके दूरी २८० किलोमीटर हे ।

नगर चारो दन्नेसे भीत्ती आउ परकोटासे घिरल हे, जेकरामे प्रवेशला सात द्वार हे ।[5] बाद में एक और द्वार भी बना जो 'न्यू गेट' कहलाया।[6] पूरा नगर लगभग छौ भागमे बँटल हे आउ ई १११ फुट (३४ मी) चौड़ा सड़कसे विभाजित हे । पाँच भाग मध्य प्रासाद भागके पूर्वी, दक्षिणी एवं पश्चिमी दन्नेसे घेरले हे आउ छठा भाग एकदम पूर्वमे स्थित हे । प्रासाद भागमे हवामहल परिसर, व्यवस्थित उद्यान एवं एक छोट झील हे । पुरान नगरके उत्तर-पश्चिमी दन्ने पहाड़ी पर नाहरगढ़ दुर्ग नगरके मुकुटके समान लौकहे । एकर इलावा एहाँ मध्य भागेमे सवाई जयसिंह द्वारा बनावावल गेल वैधशाला, जन्तरमन्तरो हे ।[5]

सम्बन्धित लेख

[edit | edit source]

सन्दर्भ

[edit | edit source]
  1. "संग्रहीत प्रति". Jaipur Municipal Corporation. मूल से 25 अप्रैल 2018 के पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जुलाई 2023.
  2. {{cite news|url=https://aajtak.intoday.in/story/rajasthan-pink-city-jaipur-world-heritage-site-unesco-prime-minister-narendra-modi-chief-minister-ashok-gehlot-atrc-1-1099225.html%7Ctitle=पिंक सिटी जयपुर को UNESCO ने घोषित किया वर्ल्ड हेरिटेज, मोदी-गहलोत गदगद|accessdate=9 जुलाई 2019
  3. कपूर, आयशा. "जयपुर के होटल" (हिन्दी मे). ई-आर्टिकल्स ऑनलाइन. पप॰ ०१०३.Wp/mag/सीएस१ रखरखाव: नामालूम भाषा (link)[मृत कड़ी]
  4. उर्मान, डैविश. "जयपुर यात्रा और यात्रा" (हिन्दी मे). आर्टिकल स्नैच. पप॰ ०१०३.Wp/mag/सीएस१ रखरखाव: नामालूम भाषा (link)[मृत कड़ी]
  5. 1 2 Cite error: Invalid <ref> tag; no text was provided for refs named मल्हार
  6. सिंह, रणधीर. "परकोटे के पर कटे" (हिन्दी मे). भास्कर.कॉम. पप॰ ०१०३. मूल से 15 जुलाई 2009 के पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 जुलाई 2009.Wp/mag/सीएस१ रखरखाव: नामालूम भाषा (link)